कपालभाति प्राणायाम।
कपालभाति प्राणायाम-
सुखासन योग, सिद्धासन योग, पद्मासन योग, वज्रासन योग में बैठें एवं साँस को बाहर फैंकते समय पेट को अन्दर की तरफ धक्का देना है, कपालभाति प्राणायाम में सिर्फ साँस को छोड़ते रहना है। दो साँसों के बीच अपने आप साँस अन्दर चली जायेगी, आप यह ध्यान रखें कि जान-बूझ कर साँस को अन्दर नहीं लेना है।
कपाल का मतलब मस्तिष्क के अग्र भाग, भाती का मतलब है ज्योति, कान्ति को, तेज को, कपालभाति प्राणायाम लगातार सुबह के समय करने से चहरे का लावण्य बढ़ता है।

कपालभाति प्राणायाम धरती की सन्जीवनि कहलाता है। कपालभाती प्राणायाम करते समय मूलाधार चक्र पर ध्यान केन्द्रित करना होता है। इस से मूलाधार चक्र जाग्रत हो कर कुन्डलिनी शक्ति जाग्रत होने में मदद होती है।
कपालभाति प्राणायाम करते समय ऐसा सोचना है कि, हमारे शरीर के सारे नकारात्मक तत्व शरीर से बाहर जा रहे हैं। खाना मिले ना मिले मगर रोज कम से कम 5 मिनिट कपालभाति प्राणायाम करना ही है, यह दृढ़ संक्लप करना है।
कपालभाति प्राणायाम विशेष- कपालभाति प्राणायाम के बाद अनुलोम विलोम प्राणायाम अवश्य करें। ऐसा करने से कपालभाति प्राणायाम के लाभ और बढ जाते हैं।
विषय सूची-
- योग।
- योगासन।
- योग क्या हैं?
- ध्यान कैसे करें?
- ध्यान क्या हैं?
- शीर्ष पाँच योग पद बताइए?
- हलासन कैसे किया जाता हैं?
- योग अभ्यास के लाभ बताइए?
- अष्टांग नमस्कारासन कैसे करें?
- स्वास्थ्य एवं फ़िटनेस का अर्थ बताइये?
- शीर्षासन करने की विधि एवं लाभ बताइए?
- एकपाद शीर्षासन करने की विधि एवं लाभ बताइए?
कपालभाति प्राणायाम करने से लाभ-
- बालों की सारी समस्याओँ का समाधान प्राप्त होता है।
- चेहरे की झुरियाँ साफ होती हैं।आँखो के नीचे के डार्क सर्कल साफ होते हैं।
- थायराॅइड की समस्या नहीं रहती है।
- डायबिटीज़ संपूर्णतय: धीरे धीरे ठीक हो जाता है।
- कोलेस्ट्रोल को घटाने में भी सहायता मिलती है।
- सभी प्रकार की ऐलर्जियाँ से राहत मिलती हैं।
- सबसे खतरनाक कैन्सर रोग तक ठीक हो जाता है।
- शरीर में स्वतः हीमोग्लोबिन तैयार होता है।
- शरीर में स्वतः कैल्शियम तैयार होता है।
- सभी प्रकार की चर्म समस्या शरीर से साफ हो जाती है।
- कब्ज, ऐसिडिटी, गैस्टि्क जैसी पेट की सभी समस्याएँ खत्म हो जाती हैं।
- यूट्रस (महिलाओं) की सभी समस्याओँ का समाधान होता है।
- किडनी स्वतः स्वच्छ एवं ठीक होती है, डायलेसिस करने की जरुरत नहीं पड़ती।
- आँखों की सभी प्रकार की समस्याऐं खत्म हो जाती है। एवं आँखो की रोशनी लौट आती है।
- दाँतों की सभी प्रकार की समस्याऐं ठीक हो जाती हैं, व दाँतों की खतरनाक पायरिया जैसी बीमारी भी ठीक हो जाती है।
- कपालभाति प्राणायाम से शरीर की बढ़ी चर्बी कम होती है, यह इस प्राणायाम का सबसे बड़ा फायदा है।